
Ravindra Shukla
Mar 18, 2023
लोकसभा चुनाव: महाराष्ट्र, यूपी या बिहार... 85+ वाले मतदाता सबसे अधिक किस राज्य में? देखें लिस्ट
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा काफी हाई है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरण में होंगे। 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं, 1 जून को अंतिम चरण का मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी। आइए जानते हैं कि देश में 85 साल या इससे ज्यादा उम्र वाले मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा किस राज्य में है।
प्रियंका काकोडकर, नई दिल्ली: देश में इस समय लोकसभा चुनाव को लेकर हलचल काफी तेज है। सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से चुनावी रण में उतर गए हैं। इस बीच लोकसभा चुनाव से जुड़ी रोजाना कुछ ना कुछ नई और रोचक खबरें पढ़ने को मिल रही हैं। इसी क्रम में 85 साल या इससे ज्यादा उम्र वाले मतदाताओं का डेटा सामने आया है। महाराष्ट्र में 85 साल या उससे ज्यादा उम्र के मतदाताओं की सबसे ज्यादा संख्या है। आंकड़ों के मुताबिक, 8 अप्रैल तक राज्य में ऐसे 13 लाख रजिस्टर्ड मतदाता हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 10.4 लाख, बिहार में 6.6 लाख और तमिलनाडु में 6.1 लाख मतदाता इसी एज ग्रुप के हैं। पूरे देश में 85 साल से ऊपर के कुल मतदाताओं की संख्या 81 लाख है। महाराष्ट्र का इसमें 16% का बड़ा हिस्सा है। केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे कम रजिस्ट्रेशन हैं। लक्षद्वीप में सबसे कम मतदाता सिर्फ 109 हैं, जिनमें 50 पुरुष और 59 महिलाएं शामिल हैं। दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव में 698 मतदाता हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में इसी उम्र वर्ग के 1,037 मतदाता हैं।
गौर करने वाली बात ये है कि इस उम्र वर्ग में, देश और राज्य दोनों जगह महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। पूरे देश में ऐसे 81 लाख मतदाताओं में से 47.3 लाख यानी 58% महिलाएं हैं। वहीं पुरुषों की संख्या 33.8 लाख है। महाराष्ट्र में महिला मतदाताओं का कुल मिलाकर करीब 48% हिस्सा है। लेकिन, 85 साल से ऊपर वाले मतदाताओं में ये आंकड़ा कुल का 56% हो जाता है। राज्य में इस उम्र वर्ग के 5.7 लाख पुरुष मतदाता हैं और 7.3 लाख महिला मतदाता हैं। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में 85 साल से ऊपर वाले मतदाताओं की ज्यादा संख्या राज्य में लोगों की लंबी उम्र को दर्शाती है। साथ ही, वो बताते हैं कि इस उम्र वर्ग में महिलाओं की ज्यादा संख्या उनके लंबे आयु होने की वजह से है। इस साल, चुनाव आयोग ने इस उम्र वर्ग के लोगों को घर बैठे वोट देने की सुविधा दी है।
'घर जाकर उनसे पूछेंगे कि क्या वो घर बैठे वोट देना चाहते हैं'
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी किरण कुलकर्णी ने बताया कि 'मतदाता सूची में नाम के आधार पर बीएलओ (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) 85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के घर जाकर उनसे पूछेंगे कि क्या वो घर बैठे वोट देना चाहते हैं। अगर हां में जवाब मिलता है, तो बीएलओ फॉर्म 12D भरेंगे।' उन्होंने आगे बताया कि 'ये फॉर्म जिलाधिकारी या चुनाव अधिकारी को जमा कर दिए जाते हैं. चुनाव के हर चरण के लिए नामांकन की तारीख के 5वें दिन तक जो फॉर्म मिल जाते हैं, वही घर बैठे वोट देने के लिए मान्य होंगे।' इसके उलट, चुनाव अधिकारी देश भर में पहली बार वोट देने वाले यानी 18-19 साल के उम्र वर्ग के कम रजिस्ट्रेशन को लेकर चिंतित हैं। देश में इस उम्र वर्ग के सिर्फ 38% लोगों ने ही मतदाता के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराया है।